उम्र के इस पडाव पर, अच्छे-बुरे किसी से कोई गुरेज़ नही !
लोग सच्चा -जूठा माने, हमे जूठे से भी कोई परहेज़ नही !!
इस कदर पाबस्ता हैं हम ,अपने आश्याने की दरो-दीवार से,
खबर खुशी की हो या गमी की,कोई भी हैरत अंगेज़ नही !! उम्र के इस पडाव पर.....
दर्द का भी अब तो कोई खास, दिल पे अहसास होता नही,
जिसने जब चाहा जो दिया ,उसमे कोई भी तो चंगेज़ नही !!उम्र के इस पडाव पर.....
कोई कमसिन हो ,कोई हसीन हो,क्या फ़र्क पडता है यारो?
सब हाड-माँस के पिजंरे मे कैद, कोई सैक्स की चेज़ नही !!उम्र के इस पडाव पर...
धर्म और ईमान की बातें, सब बडी बेमानी सी लगती हैं,
इन्साँ को गीता-कुरान की, झूठी कसम से भी परहेज़ नही !!उम्र के इस पडाव पर...
बोधिसत्व कस्तूरिया २०२ नीरव निकुन्ज सिकन्दरा आगरा २८२००७
मो:९४१२४४३०९३
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