शनिवार, 25 फ़रवरी 2012

शत-शत नमन शहीदों को,

शत-शत नमन शहीदों को,


जिन प्रजातन्त्र उपहार दीन्हों!

पर है धिक्कार उन नेतन को,

जिन जा की मर्यादा नाही चीन्हों !!शत-शत नमन शहीदों को,

अपने घर भरवे की चिन्ता मे,

अपनो देश ही गिरवी धर दीन्हों !!शत-शत नमन शहीदों को,

कर-कर अरबन के घोटाले,

स्विस बैंक के लाकर भर दीन्हों!! शत-शत नमन शहीदों को,

अब आयो है मत देवे को त्यौहार,

समझ कर डारियो चूक न कीन्हो!! शत-शत नमन शहीदों को,

अबकी ह्वे गई जो भूल दोबारा,

मँहगाई ते,बच्चन को ज़हर पडेगो पीनौ !!शत-शत नमन शहीदों को,

बोधिसत्व कस्तूरिया २०२ नीरव निकुन्ज सिकन्दर आगरा २८२००७

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