शत-शत नमन शहीदों को,
जिन प्रजातन्त्र उपहार दीन्हों!
पर है धिक्कार उन नेतन को,
जिन जा की मर्यादा नाही चीन्हों !!शत-शत नमन शहीदों को,
अपने घर भरवे की चिन्ता मे,
अपनो देश ही गिरवी धर दीन्हों !!शत-शत नमन शहीदों को,
कर-कर अरबन के घोटाले,
स्विस बैंक के लाकर भर दीन्हों!! शत-शत नमन शहीदों को,
अब आयो है मत देवे को त्यौहार,
समझ कर डारियो चूक न कीन्हो!! शत-शत नमन शहीदों को,
अबकी ह्वे गई जो भूल दोबारा,
मँहगाई ते,बच्चन को ज़हर पडेगो पीनौ !!शत-शत नमन शहीदों को,
बोधिसत्व कस्तूरिया २०२ नीरव निकुन्ज सिकन्दर आगरा २८२००७
जिन प्रजातन्त्र उपहार दीन्हों!
पर है धिक्कार उन नेतन को,
जिन जा की मर्यादा नाही चीन्हों !!शत-शत नमन शहीदों को,
अपने घर भरवे की चिन्ता मे,
अपनो देश ही गिरवी धर दीन्हों !!शत-शत नमन शहीदों को,
कर-कर अरबन के घोटाले,
स्विस बैंक के लाकर भर दीन्हों!! शत-शत नमन शहीदों को,
अब आयो है मत देवे को त्यौहार,
समझ कर डारियो चूक न कीन्हो!! शत-शत नमन शहीदों को,
अबकी ह्वे गई जो भूल दोबारा,
मँहगाई ते,बच्चन को ज़हर पडेगो पीनौ !!शत-शत नमन शहीदों को,
बोधिसत्व कस्तूरिया २०२ नीरव निकुन्ज सिकन्दर आगरा २८२००७
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