शनिवार, 25 फ़रवरी 2012

शत-शत नमन शहीदों को,

शत-शत नमन शहीदों को,


जिन प्रजातन्त्र उपहार दीन्हों!

पर है धिक्कार उन नेतन को,

जिन जा की मर्यादा नाही चीन्हों !!शत-शत नमन शहीदों को,

अपने घर भरवे की चिन्ता मे,

अपनो देश ही गिरवी धर दीन्हों !!शत-शत नमन शहीदों को,

कर-कर अरबन के घोटाले,

स्विस बैंक के लाकर भर दीन्हों!! शत-शत नमन शहीदों को,

अब आयो है मत देवे को त्यौहार,

समझ कर डारियो चूक न कीन्हो!! शत-शत नमन शहीदों को,

अबकी ह्वे गई जो भूल दोबारा,

मँहगाई ते,बच्चन को ज़हर पडेगो पीनौ !!शत-शत नमन शहीदों को,

बोधिसत्व कस्तूरिया २०२ नीरव निकुन्ज सिकन्दर आगरा २८२००७

शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2012

रा्जनीति की रंग-बिरंगी पिच्कारी,

रा्जनीति की रंग-बिरंगी पिच्कारी,


इक दूजे पर बढ-चढ देवें गारी !

जनता सुन-सुन लेय रही आँनद,

कोऊ नही जानत किनकी बारी!! रा्जनीति की....

अभे सभी इक दूजे बतावत भ्र्ष्ट,

पर बाद इलैक्शन होवे है लाचारी !!

इब तो जनता जान गई है इनको,

और जानित है इनकी मक्कारी !! राजनीति की........

आज जो दीखत हैं जैसे दुसमन,

बाढेगी फ़िर बिनमे ही भाई-चारी !

पर बाद इलैक्शन सबै बिसराकर,

करिंगे सरकार बनावे की त्त्यारी !! रा्जनीति की....

हाय छिछोडी कैसी राजनीति भई,

जैसे कीचड मा फ़ूहड खेलें होरी !

भाई-भतीजा सत्ता हथियाकर करें,

समाजवाद की फ़िर से बलिहारी !! रा्जनीति की......

गुरुवार, 23 फ़रवरी 2012

अनुराग

मुझे तुमसे अनुराग कितना है?

पुष्प में मीठा पराग जितना है !

भ्रमर स्वादन जितना भी करे,

पुनर्निमाण का सम्भाग उतना है!! मुझे तुमसे........


माँ की ममता दूध से बहती है,

जीव-पालन की वेदना सहती है!

फ़िर भी निश्चल,निष्काम प्रेम की,

अविरल-धार आँचल मे रहती है!!

उसी निश्चल प्रेम का प्रतिफ़ल हूँ,

जो विवहिता के सुहाग जितना है!! मुझे तुमसे......

उषा-भास्कर की प्रथम किरण से,

प्रेम हर कोई समझ सकता नही!

है वो अहसास जो कभी किसी,

भाव विश्व मेकहीं बिकता नही !!

बेशक तुम उसका प्रत्युत्तर नही,

देखे मौन मे बैराग कितना है? मुझे तुमसे.....

बोधिसत्व कस्तूरिया २०२ नीरव निकुन्ज सिकन्दरा आगरा २८२००७